Harda News: बालाजी गैस एजेंसी गोदाम की दीवार पे विस्फोटक लायसेंस वैधता को लेकर संशय ! कलेक्टर ने दिए थे एसडीएम को गोदाम निरीक्षण के निर्देश
हरदा । हरदा जिले में गैस गोडाउन की जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है। लेकिन जिम्मेदारों का कोई ध्यान इस ओर नही है। हालांकि कलेक्टर ने एसडीएम को गोदामों के समय समय पर निरीक्षण के निर्देश दिए हैं। गैस एजेंसी के गोदाम जहाँ शहरी इलाके में बनें हैं वहीं इनके वितरण केंद्र भी बीच शहर में बनें हैं। कभी भी कोई दुर्घटना घट सकती है।
शहर में कितने गैस गोदाम हैं। टँकी वितरण केंद्र कहाँ कहाँ बनें है। आसपास रहवासी इलाका है या नहीं। जनहित और सुरक्षा में ये जांच होनी चाहिए।
मालूम हो बैरागढ़ स्थित बारूद ब्लास्ट की भीषण विभीषिका में 13 लोगों की मौत हरदा में हुई थी।सैकड़ों घायल, अनेकों लोगों के बेघर होने के बावजूद प्रशासन भविष्य में होने वाले खतरों से निपटने के बजाय आखें मूंदे बैठा है। बालाजी गैस गोदाम भी यहीं स्थित है।
ज़िला हरदा में संचालित बालाजी गैस एजेंसी के गोदाम रिहाइशी इलाके में है। इधर मिली जानकारी में दीवार पर गैस एजेंसी गोदाम की दीवार पे विस्फोटक लायसेंस वैधता 24 तक दर्शायी जा रही है जबकि सूत्रों के अनुसार वैधता वर्ष 2023 में ही समाप्त हो गई। अब ये तो जांच का विषय है कि आखिर सच क्या है।
हरदा एचपी गैस का गोदाम भी आईटीआई के नजदीक है। ये जगह बैरागढ़ स्थित बारूद विस्फोटक स्थल से बहुत करीब है।
हरदा, टिमरनी, खिरकिया, हंडिया, सिराली, रहटगांव,करताना मे संचालित विभिन्न गैस एजेंसी की नियमित जांच को लेकर लापरवाही की चर्चा है। जांच में एक्सप्लोसिव लायसेंस, बीमा, फ़ूड विभाग द्वारा की जाने वाली जांच प्रमुख हैं। जानकारों का मानना है किसी कम्पनी की एजेंसी के बीमा के अभाव में टँकी ब्लास्ट के होने वाले हादसे में सम्बंधित उपभोक्ता मुआवजे क्षतिपूर्ति से वंचित हो सकता है।
मकड़ाई एक्सप्रेस ने सुरक्षा की दृष्टि से विस्फोटक लायसेंस को लेकर जब बालाजी गैस से जुड़े जिम्मेदारों से सवाल किए तो उनके जवाब कुछ इस तरह मिले –
◆ आप ऑफिस आकर मिल लेना। आप जानकारी क्यों ले रहे हो।
– मुदस्सर खान
◆ आप जाओ कलेक्टर के पास शिकायत कर दो। कहकर बात काट दी।
– मुशर्रफ खान