कोर्ट में राज रेसीडेंसी होटल वालों के होंगे बयान ,अन्य आरोपी की चर्चा गलत, अन्य होटलों की निरंतर होगी जांच – एसपी हरदा
हरदा। बीते कल पुलिस द्वारा होटल राज रेसीडेंसी के कमरा नम्बर 112 से आधा दर्जन से अधिक जुआरियों को जुआ खेलते पकड़ा था। इनमें हरदा और खिरकिया के संभ्रांत परिवार के लोग आरोपी बनाए गए थे। पुलिस की जानकारी में ताश पत्ते के साथ 56 हज़ार की राशि बरामद होना बताया गया था।
◆ एसपी चौकसे का अभिनव प्रयास –
हरदा में पहले सिर्फ दो पहिया गाड़ी की चेकिंग की कार्रवाई करके पुलिस अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर लेती थी। अब जबकि नए युवा एसपी के हाथों में जिले की कमान है। एसपी चौकसे के निर्देश पर पुलिस ने हरदा की होटलों को कार्रवाई की जद में लिया है। बात एमडी ड्रग्स की हो या सट्टा जुआ की एसपी चौकसे के अभिनव प्रयास रंग लाने लगे हैं। हालांकि अभी ये कार्रवाई ऊंट के मुंह मे जीरे के समान ही है। इसलिए पुलिस को आमजन की शाबासी के लिए और अधिक मुखर होना पड़ेगा। फिलहाल इन कार्रवाई को अधिक पारदर्शी व विश्वसनीय बनाना होगा। जिससे जनता पुलिस पर भरोसा कर सके।
◆ राज रेसीडेंसी वालों से होगी पूछताछ –
मकड़ाई एक्सप्रेस से बातचीत में एसपी चौकसे ने बताया कि होटल वाले के कोर्ट में बयान होंगे। कोर्ट अपने हिसाब से चेतावनी या सज़ा तय करेगी। इसके पहले भी इस होटल का कमरा नम्बर 106 भी चर्चा में आया था । सवाल यह अहम है कि आधार कार्ड के आधार पर एक कमरे में कितने लोगों के रुकने का प्रावधान है। जबकि जुए के दौरान 8 लोगों को पुलिस ने कमरे से पकड़ा था। पुलिस को होटल के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी बरामद करने चाहिए जिससे जुए खेल रहे और कक्ष में जमा कुल लोगों की असल संख्या ज्ञात हो सके। जनचर्चा में एक अन्य आरोपी के पुलिस की सहायता से इस प्रकरण से बाहर निकलने की चर्चा जोरों पर है। अब ये तो पकड़ाए 8 लोग या सीसीटीवी ही पुष्टि कर सकते हैं कि इनके अलावा और कौन कक्ष में उपस्थित थे।
कमरे में पकड़ाई राशि को लेकर भी लोग दबी जुबान से बात कर रहे हैं। इतने महंगे होटल में इतनी कम राशि के 8 लोगों के बीच बरामद होने की बात लोगों को हजम न हो पा रही है। जनचर्चा में इस मामले में पुलिस को लाभ होने की गणना जानकारों द्वारा की जा रही है। राज़ फाश होने तक तो ये राज़ राज़ ही रहेगा। खैर।
◆ हरदा में होटलों में अवैध धंधे चर्चा में –
हरदा की होटलों के चुनावी आचार संहिता के समय तो बड़ी बारीकी से जांच की जाती है। लेकिन बाद में आचार संहिता हटते ही लाचार होटल वाले सक्षम हो जाते हैं। होटल में अपने पैठ और रसूख के चलते जिस्म व्यापार और अन्य अवैध गतिविधियों की जानकारी पुलिसिया ढिलाई के चलते उजागर नहीं हो पाती हैं। पुलिस को हरदा के सभी होटलों का दैनंदिन रिकार्ड जांच में लेना चाहिए। वजह जब राज रेसीडेंसी में एक कमरे में 8 लोग जुआ खेल सकते हैं तो आप बात आसानी से समझ सकते हैं कि अन्य होटलों के क्या हाल होंगे। ये जांच का विषय है । जनचर्चा में ,पिछले कुछ दिन से एक अन्य होटल को लेकर भी लोग दबी जुबान से कानाफूसी कर रहे हैं।
◆ क्या कहा एसपी हरदा ने –
“सिटी कोतवाली पुलिस टीम की इस कार्यवाही के बाद होटल वाले की वैसे ही बहुत बदनामी हो गई है।।भविष्य में अब वो किसी को भी कमरा देने से पहले दस बार सोचेगा। । कोर्ट में होटल वाले के बयान होंगे। कोर्ट अपने हिसाब से चेतावनी या सजा दे सकता है। विवेचक अधिकारी अपना काम कर रहा है। पुलिस टीम ने देर रात कार्यवाही की। हमारी टीम ने ईमानदारी से अपना काम किया। अन्य आरोपी की चर्चा गलत है। आगे भी जिन होटलों में अवैध गतिविधियों हो रही है। उन पर कार्यवाही होगी। ”
–अभिनव चौकसे एसपी हरदा