अंधविश्वास: छात्रा ने अपनी जीभ की भगवान शिव को अर्पण अब मंदिर में कर रही साधना! परिजनों ने पुलिस को मन्दिर में जाने से रोका
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 छत्तीसगढ़। प्रदेश के जांजगीर चांपा जिले में अंधविश्वास का एक अनोखा मामला सामने आया है।
गांव में तालाब किनारे बने मंदिर मे एक छात्रा ने अपनी जीभ काट ली हैइधर पुलिस को परिजनो ने अन्दर जाने से रोका उनका कहना है हमारी लड़की बिल्कुल ठीक है।
नाबालिग ने चड़ाई जीभ
जिले के ग्राम देवरघटा के अचरीपाली में 16 साल की 11वीं की छात्रा आरुषि चौहान ने सुबह 7 बजे अपनी जीभ काट कर भोले बाबा को समर्पित कर दी। खुद को मंदिर के अंदर बंद कर साधना में बैठ गई है। वहीं, सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची, लेकिन गांव के लोगो ने मंदिर के अंदर नहीं जाने दिया।
छत्तीसगढ़ी मे लिखा नोट
पहले छात्रा ने अपनी कॉपी के पेज में छत्तीसगढ़ी में नोट भी लिखा है कि ‘काकरो आवाज नहीं आना चाहिए, गाड़ी या आदमी काकरो नहीं’। दूसरे पेज पर लिखा कि ‘अगर मैं उठ जहा, तो सब के मर्डर हो जाहि, चाहे मोर पापा या मम्मी या कोई अधिकारी हो, समझ में नहीं आ रहा है आप सभी का।’
परिजनों ने कहा भक्ति में है लींन
परिवार और गांव के लोगों का कहना है कि छात्रा मंदिर के अंदर दरवाजा बंद कर भक्ति में लीन हो गई है। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस अधिकारियों के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंचे, तो स्वजन और ग्रामीणों ने मंदिर के चारों तरफ को घेर लिया है।
छात्रा के माता-पिता को भी पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने समझाने की कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। उन्होंने बेटी को अस्पताल ले जाने से भी इनकार कर दिया। 108 एम्बुलेंस के साथ डॉक्टरों की टीम मौके पर मौजूद है।
परिजनों को अधिकारियों ने समझाने की कोशिश की है मगर माता पिता का कहना है कि मान्यता है और बच्ची स्वस्थ है, कुछ नहीं हुआ है उसे कही ले जाने नहीं दी गई है, पंचनामा तैयार किया गया है। – सुमित गुप्ता, डभरा एसडीओपी