हरदा शहर में कचरे का साम्राज्य: नगर पालिका अध्यक्ष और सीएमओ की लापरवाही के चलते नागरिकों का जीवन खतरे में
हरदा, नेता प्रतिपक्ष अमर रोचनानी ने आज एक गंभीर मुद्दे पर प्रकाश डालते कहां है कि नगर पालिका की अध्यक्ष भारती राजू कमेडीया और मुख्य नगर पालिका अधिकारी कमलेश पाटीदार की लापरवाही के कारण, शहर के हर मोहल्ले में कचरे के अंबार लगे हुए हैं,।
जारी प्रेस विज्ञप्ति में अमर रोचनानी नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि नगर पालिका के अध्यक्ष और सीएमओ की अनदेखी के कारण नागरिकों का स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों खतरे में हैं। शहर से वार्ड वासियों की लगातार शिकायत के बाद भी स्थिति नहीं सुधार पा रही है रोचलानी ने आरोप लगाया है की जब नपा अध्यक्ष की कुर्सी कर भारती राजू कमेडिया बैठी हुई है।
तब से ही शहर की दुर्गति होना चालू हो गई है अमर रोचलानी ने कहां है कि वर्तमान नगर पालिका आज तक की सबसे निष्क्रिय नगर पालिका साबित हो रही है। और उन्होंने आज कई मुद्दे उठाए हैं
1. अव्यवस्थित डंप एरिया
कचरे के ढेर में बदहाली की तस्वीर:
नगर पालिका द्वारा हर वार्ड में एक डंप एरिया बनाया गया है, लेकिन इसका सही प्रबंधन नहीं किया जा रहा है। कचरे को उठाने के लिए कोई प्रभावी योजना नहीं है। सफाई कर्मियों की लापरवाही के कारण शहर में गंदगी का साम्राज्य बढ़ता जा रहा है, और बदबू से नागरिकों का जीना दूभर हो गया है।
2. स्वास्थ्य समस्याएँ
कचरे की गंदगी से फैल रही बीमारियाँ:
नगरी सीमा के अंदर जगह-जगह कचरे के ढेर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन रहे हैं। यह स्थिति न केवल शहर की सुंदरता को प्रभावित कर रही है, बल्कि नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए भी खतरा उत्पन्न कर रही है। डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियाँ तेजी से फैल रही हैं, और शहर के लोग गंभीर रूप से प्रभावित हो रहे हैं।
3. पर्यावरण को खतरा आग और धुएँ से बिगड़ रहा वातावरण:
वार्डवासियों से लगातार आ रही शिकायतों के अनुसार, नगर पालिका के कर्मचारी सफाई करते समय कचरे के ढेर में आग लगा रहे हैं। यह न केवल पर्यावरण के लिए हानिकारक है, बल्कि इससे धुएँ और बदबू भी फैलती है, जो स्थानीय लोगों के लिए समस्याएँ उत्पन्न कर रही हैं।
4. कचरे की व्यवस्था की अनदेखी
दो साल से सफाई व्यवस्था का अभाव:
पिछले दो साल से कचरे की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। पूर्व के नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा शहर के मुख्य चौक चौराहे पर सुबह और शाम को दो बार सफाई होती थी, किंतु यह व्यवस्था अब पूरी तरह से भंग हो चुकी है। शहर के नागरिक अब गंदगी में जीने के लिए मजबूर हैं।
5. नालियों की अव्यवस्था
बारिश के बाद बेतरतीब नालियाँ:
बारिश के बाद वार्ड की नालियों में कचरा भरा हुआ है। नियमित सफाई का कार्य पूरी तरह से बंद हो चुका है, जिससे सभी नदियों में कचरा भरा गया है। बदबू और गंदगी के कारण नागरिकों को गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
6. बीमारियों का फैलाव
स्वास्थ्य संकट में तेजी: सफाई की अव्यवस्था के कारण शहर में बीमारियाँ फैल रही हैं। डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियाँ अपने पांव पसार चुकी हैं, जिसके कारण कई लोगों की बीमारी की चपेट में आने से मृत्यु भी हुई है।
7. निगरानी की कमी
नेतृत्व की उपेक्षा:
नगर पालिका अध्यक्ष भारती राजू कमेडीया ने दो साल पूर्व नगर पालिका का कार्यभार संभाला था। तब लोगों को दिखाने के लिए शहर का भ्रमण किया गया और सफाई को लेकर गंभीरता दिखाई गई। लेकिन अब अध्यक्ष जी का कहीं पता नहीं है, वे नगर पालिका में भी रोजाना नहीं आतीं, जिससे शहर में अव्यवस्थाएँ फैलती चली जा रही हैं।
8. स्वच्छ भारत मिशन का दुरुपयोग
सरकार की योजनाओं का असर मिटा रहा भ्रष्टाचार:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वच्छ भारत मिशन को लेकर दिखाए गए गंभीर प्रयासों के बावजूद, हर निकाय को करोड़ों रुपए दिए जा रहे हैं। लेकिन नगर पालिका अध्यक्ष और उनके सहयोगियों द्वारा इन पैसों का दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। इस दुरुपयोग के कारण शहर में व्यवस्थित सफाई नहीं की जा रही है, और दिन-ब-दिन हम सफाई के मामले में पीछे जा रहे हैं।
तत्काल कार्यवाही की आवश्यकता
नेता प्रतिपक्ष अमर रोचनानी, नगर पालिका अध्यक्ष और सीएमओ से कहां हैं कि वे इन मुद्दों पर गंभीरता से विचार करें और त्वरित कार्यवाही करें। हमें हरदा शहर को स्वच्छ और सुरक्षित बनाने की आवश्यकता है।