शैक्षणिक संस्थाओं से धार्मिक संस्थाओं को भेजे गए थे साढ़े छह करोड़ रुपये, पूर्व बिशप के 24 बैंक खातों की जांच में हुआ खुलासा
मकड़ाई समाचार जबलपुर। ईओडब्ल्यू की गिरफ्त में फंसकर जेल पहुंचे आरोपित पूर्व बिशप पीसी सिंह द्वारा उसके नियंत्रण की शैक्षणिक संस्थाओं से अन्य स्वयं की धार्मिक संस्थाओं में लगभग साढ़े छह करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफ़र की गई थी। इस बात का खुलासा ईओडब्ल्यू द्वारा पूर्व बिशप पीसी सिंह के बैंक खातों की जांच में हुआ है। ईओडब्ल्यू ने जब इस मामले में एफआइआर दर्ज की थी, उस समय यह राशि दो करोड़ सत्तर लाख रुपये ही होना पता चला था।
ईओडब्ल्यू से मिली जानकारी के मुताबिक जांच के दौरान ईओडब्ल्यू की टीम को पूर्व बिशप पीसी सिंह उसके परिवार और सोसायटी समेत अन्य नामों पर कुल 178 बैंक खाते होने का पता चला था। इनकी जांच की गई। जांच में पता चला कि पीसी सिंह उसकी पत्नी नोरा सिंह, बेटे पीयूष पाल सिंह और बेटी के नाम पर कुल 24 बैंक खाते थे, जिसमें साढ़े छह करोड़ रुपये जमा हैं। हाल ही में यह जानकारी ईओडब्ल्यू के पास पहुंची है, जिसके बाद यह खुलासा हुआ। एक-एक बैंक खातों की जांच में पता चला है कि पूर्व बिशप पीसी सिंह ने अपने नियंत्रण की शैक्षणिक संस्थाओं के जरिए विभिन्न धार्मिक संस्थाओं को साढ़े छह करोड़ रुपये ट्रांसफर किए थे। वर्तमान में पूर्व बिशप पीसी सिंह, उसका बेटा पीयूष और मैनेजर सुरेश जैकब जेल में बंद है।
साढ़े दस करोड़ पहुंची रकम-
पुलिस अधीक्षक ईओडब्ल्यू देवेंद्र प्रताप सिंह राजपूत के निर्देशन में टीम द्वारा जांच जारी है। अब तक की जांच में पीसी सिंह व उसके स्वजनों के पास से अभी तक नकदी करीब एक करोड़ पैंसठ लाख रुपये भारतीय मुद्रा, करीब अठारह लाख की विदेशी मुद्रा, तलाशी के दौरान मिली दो करोड़ दो लाख की एफ़डीआर, खातों में जमा मिले करीब साडे छह करोड़ रुपये, यह सब मिलाकर उसके पास करीब साडे दस करोड़ रुपये की राशि होना पाया गया है।
स्कूल की राशि से खरीदी लग्जरी कारें-
ईओडब्ल्यू को मामले की जांच कुख अन्य दस्तोवज भी लगे हैं, जिसके बाद यह भी खुलासा हुआ है कि पीसी सिंह ने क्राइस्ट चर्च स्कूल की राशि से दो लग्जरी कारें स्वयं के उपयोग के लिए खरीदी थीं। इन कारों में से एक की कीमत 60 लाख एवं दूसरी की 30 लाख रुपये बताई जा रही है।
खंगाले जा रहे दस्तावेज, होंगे और खुलासे-
ईओडब्ल्यू ने बताया कि पूर्व बिशप पीसी सिंह ने अपने बेटे और खास लोगों के माध्यम से कई जगह मोटी रकम का निवेश किया है। टीम अब उसके, बेटे एवं करीबियों द्वारा किए गए निवेश से संबंधित एक-एक दसतावेज खंगाल रही है। इन दस्तावेजों की जांच में और खुलासे हो सकते हैं।