मकड़ाई समाचार विदिशा। शहर में इन दिनों आवारा कुत्तों के आतंक से नागरिक दहशत में है। आलम यह है कि बीते दो दिनों में कुत्तों के काटने के बाद 54 लोग उपचार के लिए जिला अस्पताल पहुंचे है। इनमें पांच वर्ष से कम उम्र के दो बच्चे भी शामिल है। इधर, नगर पालिका कुत्तों को पकड़ने के लिए अभियान भी चला रही है लेकिन सुरक्षा इंतजामों की कमी के कारण कुत्तों ने दो नगर पालिका कर्मियों को भी घायल कर दिया है।
शहर में शुक्रवार को नंदवाना क्षेत्र में एक पांच वर्षीय बच्ची दोपहर के समय आइसक्रीम लेने के लिए घर से बाहर निकली थी। इसी दौरान सड़क पर एक कुत्ते ने उस पर हमला कर गिरा दिया। कुत्ते ने बच्ची के पैर का पंजा अपने मुंह मे ले लिया था। बच्ची की चीख सुनते ही आसपास के लोगों ने कुत्ते को भगाया। कुत्ते के हमले से बच्ची डर गई थी। स्वजन उसे उपचार के लिए तत्काल जिला अस्पताल ले गए, जहां उसे भर्ती किया गया है। दूसरी घटना इसी से लगे क्षेत्र तिलक चौक पर हुई, जहां एक चार साल का बच्चा जुलूस देखने पहुंचा था। कुत्ते ने उसे भी घायल कर दिया। इस बच्चे को भी जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है।
जिला अस्पताल के डा. समीर किरार ने बताया कि शहर में अचानक कुत्ते के काटने के मरीज बढ़ने लगे है। दो दिनों के दौरान जिला अस्पताल में 54 मरीजों का उपचार किया गया है। शहर में गुरुवार को कुत्ते के काटने से 30 लोग घायल हुए थे, वहीं शुक्रवार को 24 लोग जिला अस्पताल पहुंचे है। उन्होंने बताया कि 50 मरीजों को रैबीज का इंजेक्शन लगाकर छुट्टी दे है, वही चार लोगों को भर्ती किया गया है, इनमें दो बच्चे है।
दो नपाकर्मियों को भी किया घायल
नगर पालिका के सीएमओ सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि शहर में कुत्तों के काटने की घटनाएं बढ़ने के बाद उन्होंने कुत्ते पकड़ने के लिए अभियान शुरू किया है। शुक्रवार को कुत्ते पकड़ने के लिए चार कर्मचारियों की टीम को भेजा था लेकिन कुत्ते पकड़ने के दौरान उनके दो कर्मचारी घायल हो गए। उन्हें भी कुत्तों ने काट लिया। सिंह ने बताया कि नपा ने कुत्ते पकड़ने के लिए पांच जालिया बुलवाई है। अभी नपाकर्मी ही जालियों की मदद से कुत्ते पकड़ रहे है। कोई यांत्रिक तकनीक नहीं होने के कारण कुत्ते पकड़ने में परेशानी आ रही है। अब नपाकर्मियों को हेलमेट सहित अन्य सुरक्षा साधनों के साथ कुत्ते पकड़ने भेजा जा रहा है।