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किसान कांग्रेस का दूसरे दिन में धरना जारी रहा, किसान कांग्रेस नेता बोले दिखावे का किसान सम्मेलन,

हरदा। किसान कांग्रेस द्वारा आयोजित अनिश्चितकालीन धरने के दूसरे दिन आन्दोलन में शामिल किसानों ने हरित क्रान्ति के जनक एवं राष्ट्रीय किसान आयोग के अध्यक्ष एम.एस. स्वामिनाथन को श्रद्धांजलि दी एवं देश में उनके द्वारा किये गये कृषि क्षेत्र में योगदान को याद किया
हरदा – आन्दोलन में शामिल किसानों ने प्रदेश सरकार द्वारा हरदा में आयोजित किसान सम्मेलन में मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री द्वारा 2022 की खरीफ फसल का बीमा एवं वर्तमान वर्ष की खरीफ फसल के सर्वे के संबंध में कोई घोषणा नहीं किये जाने पर किसान सम्मेलन के औचित्य पर सवाल उठाया है। वहीं उक्त सम्मेलन में स्कूली बच्चों के मध्यान्ह भोजन के वितरण पर भी आपत्ति जताई है। सम्मेलन को सफल बनाने के लिए खेतीहर मजदूरों को वाहनों में बैठाकर लाया गया, जबकि इन दिनों फसल कटाई का समय चल रहा है, जिससे किसानों एवं मजदूरों दोनों का नुकसान हुआ है।
विगत दिनों हरदा एवं खिरकिया शहर में आई बाढ़ के लिए नागरिकों को राहत देने के संबंध में भी कोई घोषणा नहीं की गई।
आयोजन के दौरान गंजाल मोरन डेम का भूमि पूजन कर दिया गया, जबकि आज दिनांक तक भी उक्त डेम के लिए केन्द्रीय पर्यावरण मंत्रालय से अनुमति नहीं मिली है। इस तरह से आयोजन केवल चुनावी वर्ष में लाभ लेने के लिए किया गया, जिसमें बड़ी मात्रा में शासकीय धन का दुरूपयोग किया गया है।
धरना आन्दोलन में मुख्य रूप से आरजीपीआरएस प्रदेश अध्यक्ष हेमंत टाले, किसान प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष केदार सिरोही, पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण पंवार, जिला कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष बद्री पटेल, प्रदेश किसान कांग्रेस पदाधिकारी दीपक सारन, वरिष्ठ कांग्रेस नेता उमाशंकर विश्नोई, विजय सूरमा, जांटी लाठी, राम इनानिया, संजय अग्रवाल, संजय पांडेय, मुजाहिद अली, महेन्द्रसिंह राजपूत मुख्य रूप से उपस्थित थे।