हरदा : जिले की एकमात्र नाट्य संस्था इंटेलेक्चुअल पब्लिक वेलफेयर एंड ट्रेनिंग फ़ॉर आर्ट सोसायटी हरदा द्वारा जिला जेल में नशामुक्ति, अशिक्षा, बाल अपराध, दहेज प्रताड़ना के विषय को समाहित करते हुए, विधिक जागरूकता की जानकारी पर आधारित नाटक का मंचन किया गया।
जिसमें जिला जेल अधिकारी ने भी नाटक के बाद अपनी बात रखते हुए कहा कि “जेल मानव मन के परिशुद्धिकरण की प्रयोगशाला है” जीवन मे खत्म होने जैसा कुछ भी नही होता आप जहाँ हो वहीं से अच्छी शुरुआत कर सकते हो। उक्त नाटक में भी यही संदेश परिलक्षित किया गया सभी कलाकारों ने उत्कृष्ट अभिनय के साथ मंचन किया।
संस्था के निर्देशक संजय तेनगुरिया ने जानकारी प्रदान करते हुये कहा कि हम लगातार सामाजिक सरोकारों के मुद्दों पर जनजागरूकता करते रहते हैं इसी तारतम्य में गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर यह नाटक मंचित किया गया है। नाटक का निर्देशन एवं परिकल्पना इरशाद खान की थी , गीत संगीत में ताल निखिल गढ़वाल ने दी, साथ ही विधिक जानकारी डॉ विजय कुमार अग्रवाल ने प्रदान की। नाटक में इरशाद खान, अतुल जोशी, सुरेन्द्र चौहान, नीतू शर्मा, गणेश मदुलकर, अन्वेषा जोशी, कंचन शर्मा, शुभम शर्मा, अथर्व जोशी, श्लोक अग्रवाल, गुलशन झिंझोरे, जयंत राजपूत ने अपने अभिनय के माध्यम से विषय को प्रस्तुत किया।