उत्तरप्रदेश के बांदा जिले से एक बड़ा हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक पुजारी और कार्यवाहक को देवताओं का आधार कार्ड चाहिए। उन्होंने मंदिर की भूमि पर फसल उगाई है। जिससे बेचने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (SDM) सौरभ शुक्ला ने निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा है कि कृषि उपज की बिक्री के लिए भगवान का आधार कार्ड जरूरी है।
राम जानकी मंदिर के महंत राम कुमार दास ने कहा कि मैंने सरकारी मंडी में फसलों की बिक्री के लिए ऑनलाइन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराया था। जिसे मंदिर की जमीन पर उगाया और लेखपाल द्वारा सत्यापन का इंतजार कर रहा था। उन्होंने कहा, ‘पंचायत चुनाव और सीओवीआईडी के कारण हम इंतजार करते है।’ इलेक्शन संपन्न होने के बाद जब मैंने पूछताछ की तो लेखपाल ने बताया कि एसडीएम से आवेदन को खारिज कर दिया है।
महंत दास का कहना है कि अब देवता का आधार कार्ड कहां ले लाएं। उन्होंने कहा कि अगर मंडी में फसल नहीं बेच सकते हैं तो खर्च कैसे पूरा करेंगे। वहीं जिला उर्वरक अधिकारी गोविंद कुमार दास ने न्यूज एजेंसी एएनआई ने बात करते हुए कहा, ‘मंदिर और मस्जिद की जमीन पर उत्पादित फसलों की बिक्री की अनुमति तब दे सकते हैं। जब इसके लिए ऑनलाइन पंजीकरण पोर्टल में प्रावधान होगा।’ उन्होंने कहा कि अगर सरकार अनुमति देगी तो हम फसल खरीद लेंगे।